अक्तू॰ 14, 2025, के द्वारा प्रकाशित किया गया: अभिराज सिन्धानिया

जब गौतम गंभीर, मुख्य कोच of भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में अपने आईपीएल कप्तानी के शॉर्टकट्स को प्रकट किया, तब बहुत से प्रशंसकों के चेहरे पर आश्चर्य की लकीरें बन गईं। गंभीर ने बताया कि उनके लिए सबसे बड़ा डर रोहित शर्मा से था, न कि विराट कोहली या क्रिस गेल जैसे बड़े सितारों से। यह खुलासा सिर्फ बार‑बार कहे जाने वाले ‘सुपरस्टार’ के बक्से नहीं, बल्कि वास्तविक रणनीतिक उलझनों को दर्शाता है।
आईपीएल में रोहित शर्मा का बहुआयामी प्रभाव
आईपीएल ( आईपीएल ) के मैदान में रोहित शर्मा का खेल‑शैली अक्सर “तीन‑प्लान” वाला कहा जाता है। गंभीर ने कहा, “बाकी बल्लेबाज तो एक‑एक प्लान लेकर उतरते हैं, लेकिन रोहित के पास प्लान ए, प्लान बी और प्लान सी हमेशा तैयार रहता है।” यही कारण था कि उन्हें रोहित को “कंट्रोल करना मुश्किल” लगता था।
रोहित शर्मा की टोकरी में रोहित शर्मा, बल्लेबाज‑कैप्टन of मुंबई इंडियंस को 272 मैचों में 7,046 रन, 47 अर्धशतक और 2 शतक मिले हैं। एक ओवर में 30 रन बनाने की संभावना को गंभीर ने “भयावह” कहा, खासकर जब वह अपने आक्रामक “प्लान सी” को सक्रिय कर देते हैं।
गौतम गंभीर की कप्तानी अनुभव और चुनौतियाँ
गौतम गंभीर 2008‑2011 के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान रहे। वह कहते हैं, “जब मैं केकेआर का कप्तान था तो सुनील नरेन के 4 ओवर का तो पता था, लेकिन बाकी 16 ओवर कौन करेगा, यही डर था।” सुनील नरेन, जो तब सुनील नरेन के नाम से जाने जाते थे, अपने तेज़ स्लो‑पहिया गेंदबाज़ी के लिए प्रसिद्ध थे, पर रोहित की दुगुनी धमाकेदार प्लानिंग ने टीम को अक्सर अनिश्चित स्थिति में डाल दिया।
दो साल बाद, 2010 की फाइनल में केकेआर ने ट्रॉफी उठाई, पर रोहित के खिलाफ रणनीति बनाने में भुलभुलैया जैसी कठिनाइयाँ आईं। गंभीर ने उस दौर की बात करते हुए कहा, “मैंने रोहित को सिवाय किसी के लिए प्लानिंग नहीं की, क्योंकि उसकी तीन‑तरफ़ा सोच पूरे फील्ड को बदल देती है।”
डेटा और रिकॉर्ड – क्या आंकड़े कहते हैं?
- रोहित शर्मा के 272 IPL मैचों में औसत 42.95 रन/इंनिंग्स।
- केकेआर की दो ट्रॉफी (2008, 2010) के दौरान कुल 1,210 रन।
- गौतम गंभीर ने अपने कप्तानी में 30% जीत दर बनाए रखी।
- 2024 के IPL सीज़न में रोहित ने 30‑30‑30 (30 रन/ओवर, 30 चौके, 30 छक्के) का चमत्कार किया।
इन आँकड़ों से स्पष्ट है कि रोहित की “तीन‑प्लान” क्षमता केवल शब्द नहीं, बल्कि आँकड़ों में भी झलकी देती है। गंभीर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि “किसी भी टीम को जब रोहित के प्लान बी से बाहर निकालना हो, तो उसके पास ऊपर‑नीचे की योजना नहीं रहती।”

विचार‑विमर्श: विशेषज्ञों और खिलाड़ियों की प्रतिक्रियाएँ
क्रिक जानकारी के विशेषज्ञ डॉ. अजय शुक्ला, स्पोर्ट्स एनालिस्ट का मानना है, “रोहित के पास ‘स्ट्रेट‑लाइन’ और ‘कट‑ऑफ़’ प्लान दोनों हैं; यह ही बात उन्हें दूसरे शॉट‑मेकर से अलग करती है।” उन्होंने यह भी कहा कि “गौतम गंभीर जैसे अनुभवी कप्तान भी इस चुनौती से बच नहीं सकते, लेकिन उनका अनुभव टीम को समग्र रूप से स्थिर रखता है।”
इसी बीच, भारतीय क्रिकेट टीम के उप‑कोच शुभमन गिल ने कहा, “गौतम ने रोहित की प्लानिंग को समझते हुए टीम कल्चर को प्राथमिकता दी। यह ही कारण था कि चयनकर्ता गिल को कप्तान बनाते समय सावधानी बरते।”
भविष्य की झलक: अगले कदम और संभावनाएँ
वाकई में, रोहित शर्मा ने ऐसा कुछ कहा था जो कई लोगों को आश्चर्यचकित कर गया: “मैं हर ओवर में अपना प्लान बदलता हूँ, लेकिन नियंत्रण मेरे हाथ में रहता है।” इस बयान का मतलब शायद यही था कि आगे भी वह अपनी बहु‑प्लान रणनीति को निखारते रहेंगे। और गंभीर, जो अब गौतम गंभीर के रूप में भारतीय टीम की बेंच पर देखे जा रहे हैं, कहा है, “2027 विश्व कप अभी 2.5 साल दूर है, हमें वर्तमान पर ध्यान देना चाहिए।” यह संकेत देता है कि भविष्य में भारतीय टीम की रणनीति में ‘तीन‑प्लान’ वाले बल्लेबाजों के खिलाफ विशेष तैयारी होगी।
जैसे ही अगले IPL सीज़न की तैयारी शुरू होगी, प्रशंसक और विश्लेषक दोनों ही इस बात का इंतज़ार करेंगे कि क्या रोहित शर्मा की “तीन‑प्लान” क्षमता अभी भी उनके विरोधियों के लिए ‘भय’ बनी रहेगी या नई रणनीतियों से उन पर काबु पाना संभव होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
रोहित शर्मा की तीन‑प्लान रणनीति क्या है?
रोहित के पास प्रत्येक स्थिति में अलग‑अलग प्लान होते हैं – प्लान ए (प्रारम्भिक खेल), प्लान बी (मध्यम ओवर) और प्लान सी (आक्रामक फ़ाइनल ओवर)। इससे वह गेंदबाज़ी शैली, गति और फील्ड सेट‑अप के अनुसार जल्दी‑जल्दी अपनी रणनीति बदल सकता है।
गौतम गंभीर ने रोहित को नियंत्रित करने के लिए क्या उपाय किया?
गंभीर ने कहा कि उन्होंने रोहित के तीन‑प्लान को जानने की कोशिश की, पर अंततः टीम फ़ील्डिंग को लचीलापन दिया और बॉलरों को विविध टॉस देने पर ध्यान दिया, ताकि रोहित के शॉट‑सेलेक्शन को सीमित किया जा सके।
केकेआर के कप्तान‑साल में गंभीर की जीत‑दर कितनी थी?
गौतम गंभीर ने 2008‑2011 के चार сезनों में 30% जीत‑दर बनाए रखी, जिसमें दो ट्रॉफी जीत भी शामिल हैं। यह जीत‑दर उस समय के औसत से थोड़ा अधिक थी।
वर्तमान में रोहित शर्मा का भारत में कौन‑सा रोल है?
रोहित अभी भी मुंबई इंडियंस के मुख्य बल्लेबाज हैं और भारतीय टीम में अल्पकालिक शॉर्ट‑लिस्ट में हैं, पर उनकी कैप्टन‑शिप की संभावनाएँ अब चयनकर्ता मंडल के विश्लेषण पर निर्भर करती हैं।
आगामी IPL में रोहित की कौन‑सी नई रणनीति उम्मीद की जा रही है?
विशेषज्ञ मानते हैं कि रोहित इस सीज़न में अपने “प्लान सी” को और तेज़ करने का प्रयास करेंगे, जिसमें अधिक तेज़ स्मॉल‑बाउंड्री और हाई‑स्कोरिंग एरिया पर फोकस होगा, ताकि वह क्विक‑फायर ऑर्डर में भी स्थिर रन बना सके।
लेखक
अभिराज सिन्धानिया
मेरा नाम अभिराज सिन्धानिया है। मैं मीडिया और समाचार विषय पर विशेषज्ञता रखता हूं। सोशल मीडिया और मीडिया के बारे में लेखन करना मेरी प्राथमिकता है। मैं समाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने और लोगों के विचार और मतलब समझने में विशेष रुचि रखता हूं। मेरी लेखन शैली में मैं विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और स्पष्टता का उचित मिश्रण बनाने की कोशिश करता हूं।