12 नवंबर, 2025 को ब्रिस्बेन के ऑलन बॉर्डर फील्ड पर एक ऐसा मुकाबला हुआ जिसने न सिर्फ एक जीत तो बनाई, बल्कि एक यादगार पल भी रच दिया। बेथ मूनी ने अपनी पुरानी टीम, ब्रिस्बेन हीट के खिलाफ एक ऐसी पारी खेली जिसे देखकर कोई भी भूल नहीं सकता। 73 गेंदों में 105 रनों की अग्नि-वर्षा ने पर्थ स्कॉर्चर्स को 23 रनों से जीत दिलाई — और इस जीत के साथ उन्हें महिला बिग बैश लीग 2025-26 का पहला जीत मिला। जबकि हीट की टीम अभी भी अपना पहला जीत ढूंढ रही थी।
एक ऐतिहासिक घरेलू मुकाबला
ये मुकाबला केवल एक और मैच नहीं था। बेथ मूनी के लिए ये ऑलन बॉर्डर फील्ड एक घर जैसा था — वहाँ उन्होंने पिछले सालों तक ब्रिस्बेन हीट के लिए खेला था। आज वह ऑरेंज रंग की जर्सी पहने वापस आईं, लेकिन अब वह एक दुश्मन बन चुकी थीं। जब उन्होंने पहली बार बैट उठाई, तो दर्शकों में से कई ने उनके नाम की चिल्लाहट की — लेकिन जैसे-जैसे रन बढ़ते गए, वैसे-वैसे उनके लिए चिल्लाहट बदलकर तालियों में बदल गई।
पारी का निर्माण: शुरुआत, बीच और अंत
मूनी की पारी एक नाटक थी। 42 गेंदों में आधा शतक पूरा किया, फिर अचानक गति बढ़ा दी। निकोला हैंकॉक की पहली ओवर में ही 21 रन छकाए — एक ऐसा ओवर जिसे ब्रिस्बेन के कोच ने बाद में "क्रूर" कहा। जेस जोनासन के खिलाफ सीधी छक्का इतना सुंदर था कि कमेंटेटर ने कहा, "ये तो कला है।" नादिन डी क्लर्क के खिलाफ रैम्प शॉट — विकेटकीपर जॉर्जिया रेडमेन के सिर के ऊपर से गुजरा — उसकी ताकत और चालाकी का प्रमाण था। अंत तक वह बार-बार बल्ले को लगातार घुमाती रही, जैसे वह अपने आप को अलग-अलग चरणों में बाँटकर खेल रही हो।
"मैं शायद अलग-अलग चरणों से गुजर रही थी," मूनी ने ऑस्ट्रेलियन एसोसिएटेड प्रेस को बताया। "शुरुआत में बहुत अच्छा खेल रही थी, फिर बीच में ज्यादा जोर लगाने की कोशिश की, और अंत में फिर से अच्छा लगा।"
हीट की गिरावट: एक गलती, एक खतरनाक शुरुआत
जबकि मूनी बल्ले से अपनी चौथी बीबीएल शतक पूरी कर रही थीं, ब्रिस्बेन हीट की टीम एक ऐसी गलती के कारण धीरे-धीरे गिर रही थी जिसे बाद में "महान बर्बरता" कहा गया। कप्तान जेस जोनासन और क्नॉट के बीच एक बेकार का रन-आउट — जिसमें जोनासन बिना कोई रन बनाए बाहर हो गईं — इस मैच का मोड़ बन गया। वह लम्बे समय तक बाहर नहीं आई थीं। उसके बाद हीट की टीम का दिमाग बंद हो गया।
ग्रेस हैरिस ने 46 रन बनाए, चिनेल हेनरी ने 23 गेंदों में 39 रन का तेज़ जवाब दिया — लेकिन जब टीम का नेतृत्व टूट गया, तो बचे हुए बल्लेबाज़ बेकाबू रह गए। दो बार फील्डिंग में कैच छूटे — एक तो मूनी के शुरुआती ओवर में, दूसरा जब हेनरी ने एक लंबा शॉट लगाया था। अगर वो कैच पकड़ लिए जाते, तो शायद आज का नतीजा अलग होता।
गेंदबाज़ी का असर: डेवाइन और एंसवर्थ की जीत
पर्थ की गेंदबाज़ी ने भी अपना अहम योगदान दिया। सोफी डेवाइन और मैटलेन एंसवर्थ ने दो-दो विकेट लिए। डेवाइन की लेगस्पिन ने हीट के बल्लेबाज़ों को उलझाया, जबकि एंसवर्थ की तेज़ गेंदें बार-बार बल्लेबाज़ के बाहरी किनारे लगीं। ये दोनों ने न सिर्फ विकेट लिए, बल्कि बैटिंग टीम के दिमाग में डर भी घुसाया।
मूनी का अंतिम आघात: एक डायरेक्ट हिट
अगर कोई सोच रहा होगा कि मूनी केवल बल्लेबाज़ी के लिए ही याद की जाएगी, तो वो गलत है। मैच के अंतिम ओवर में, जब निकोला हैंकॉक ने एक शॉर्ट रन लेने की कोशिश की, तो मूनी ने एक ऐसा डायरेक्ट हिट लगाया जिसे देखकर दर्शकों ने खड़े होकर तालियाँ बजाईं। वह बल्लेबाज़ के पास से दौड़ी, गेंद को उठाया, और बिना किसी गलती के नॉन-स्ट्राइकर के स्टंप्स पर लगा दिया। एक बल्लेबाज़ ने शतक बनाया — और फिर खुद एक फील्डर के रूप में भी मैच बर्बाद कर दिया।
इस जीत का क्या मतलब है?
ये जीत सिर्फ एक जीत नहीं है। ये एक संकेत है कि पर्थ स्कॉर्चर्स इस सीज़न में फाइनल तक जाने की ताकत रखते हैं। मूनी की फॉर्म अभी बहुत बेहतर है — वह पहले से ज्यादा आत्मविश्वास से खेल रही हैं। उनकी इस पारी ने उनके टीम के लिए एक नया आत्मविश्वास भी जगाया। दूसरी ओर, ब्रिस्बेन हीट अभी भी अपनी पहचान ढूंढ रही है। उनकी फील्डिंग और बैटिंग ऑर्डर में गड़बड़ी है — अगर ये जारी रहा, तो वे टूर्नामेंट से बाहर हो सकते हैं।
क्या आगे होगा?
अगले 10 दिनों में दोनों टीमें अपने अगले मैच खेलेंगी। पर्थ स्कॉर्चर्स को अब अपनी फॉर्म बनाए रखनी होगी — खासकर जब वे ऑस्ट्रेलिया के अन्य शहरों में जाएंगे। जबकि ब्रिस्बेन हीट को अपनी फील्डिंग और बल्लेबाज़ी के बीच का अंतर समझना होगा। एक बात तय है: बेथ मूनी अब एक खिलाड़ी नहीं, एक घटना बन चुकी हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
बेथ मूनी की यह पारी WBBL में कितनी खास है?
यह बेथ मूनी की WBBL में चौथी शतक है, जो उन्हें टूर्नामेंट के इतिहास में शीर्ष बल्लेबाजों में से एक बनाती है। इससे पहले केवल तीन खिलाड़ियों ने चार या अधिक शतक बनाए हैं। इस बार उन्होंने अपने पुराने घर पर यह उपलब्धि हासिल की — जो और भी अधिक अनोखा है।
ब्रिस्बेन हीट की हार का मुख्य कारण क्या था?
हीट की हार का मुख्य कारण बल्लेबाज़ों के बीच गलत संचार और फील्डिंग में छूटे हुए कैच थे। जेस जोनासन का रन-आउट टीम का आत्मविश्वास तोड़ दिया, और दो अहम कैच छूटने से पर्थ को अतिरिक्त 30-35 रन बनाने का मौका मिला। इन गलतियों ने उनके लिए जीत का रास्ता बंद कर दिया।
पर्थ स्कॉर्चर्स के लिए यह जीत क्यों महत्वपूर्ण है?
यह उनकी सीज़न की पहली जीत थी, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। अब वे टूर्नामेंट की शीर्ष चार टीमों में शामिल हो सकते हैं। मूनी की फॉर्म और टीम की गेंदबाज़ी ने दिखाया कि वे फाइनल तक जाने की क्षमता रखते हैं।
ब्रिस्बेन हीट के लिए अगले मैच क्या होंगे?
अगले दो मैचों में हीट को दो कमजोर टीमों — सिडनी सिक्सर्स और एडीलेड स्ट्राइकर्स — के खिलाफ खेलना है। अगर वे इनमें से एक भी मैच नहीं जीत पाते, तो उनका टूर्नामेंट से बाहर होना लगभग तय हो जाएगा। उन्हें फील्डिंग और बल्लेबाज़ी के बीच संतुलन बनाना होगा।
लेखक
अभिराज सिन्धानिया
मेरा नाम अभिराज सिन्धानिया है। मैं मीडिया और समाचार विषय पर विशेषज्ञता रखता हूं। सोशल मीडिया और मीडिया के बारे में लेखन करना मेरी प्राथमिकता है। मैं समाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने और लोगों के विचार और मतलब समझने में विशेष रुचि रखता हूं। मेरी लेखन शैली में मैं विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और स्पष्टता का उचित मिश्रण बनाने की कोशिश करता हूं।